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काफी लंबे समय से भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार लगभग ठप्प पड़ा है। अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द करने के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार खत्म कर दिए थे। साथ ही इस्लामाबाद में भारत के उच्चायुक्त को भी निष्कासित कर दिया गया था। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान व्यापार शुरू करने रास्ते तलाश रहा है। हालांकि भारत का कहना है कि उसने पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंध नहीं तोड़े थे।
भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंध कभी भी बंद नहीं किए और देश व्यापारिक संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहता है। समाचार पत्र डॉन की खबर के मुताबिक, पाकिस्तान में भारत के उप उच्चायुक्त सुरेश कुमार ने शुक्रवार को लाहौर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एलसीसीआई) के एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘भारत हमेशा पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध चाहता है, क्योंकि हम अपना भूगोल नहीं बदल सकते।’ उन्होंने कहा, ‘हम पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंधों की ओर बढ़ना चाहते हैं। हमने पाकिस्तान के साथ व्यापार भी नहीं रोका। पाकिस्तान ने ही ऐसा किया था।’
उप उच्चायुक्त ने कहा, ‘हमें यह सोचना चाहिए कि हम अपनी समस्याओं और स्थितियों को कैसे बदल सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि भारत, पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है, और इस बात पर जोर देता है कि इस तरह के जुड़ाव के लिए आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद की है। पाकिस्तान के साथ भारत का व्यापार 2020-21 में 32.92 करोड़ अमेरिकी डॉलर और 2019-20 में 83.05 करोड़ अमेरिकी डॉलर का था। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भारतीय दूतावास द्वारा पाकिस्तानियों को जारी किए जाने वाले वीजा की संख्या में कमी आई थी, लेकिन अब यह संख्या अब बढ़ गई है।
कुमार ने कहा कि भारत सरकार पाकिस्तानियों को चिकित्सा और खेल वीजा जारी कर रही है। उन्होंने कहा कि आज कूटनीति पर्यटन, व्यापार और प्रौद्योगिकी से प्रभावित हो रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आयात ‘हमेशा गलत नहीं होते हैं और इसके फायदे भी होते हैं।’ गौरतलब है कि भारत इस समय चीन के साथ 120 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापार कर रहा है, जिसमें व्यापार संतुलन चीन की ओर है।
Credit : https://livehindustan.com