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भारत और एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडानी की पिछले कुछ सालों में दौलत काफी तेजी से बढ़ी है। वह दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स रह चुके हैं। इस समय वह फोर्ब्स की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। कोयले, पावर, गैस समेत कई फील्ड में अडानी का कारोबार फैला हुआ है। वहीं, कांग्रेस अडानी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधती रहती है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी कई बार खुले मंच से सरकार पर गौतम अडानी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा चुके हैं। हालांकि, अडानी का दावा है कि उनके व्यापार के बढ़ने के पीछे सिर्फ मोदी सरकार का नहीं, बल्कि पुरानी कांग्रेस सरकारों का भी हाथ रहा है। सुर्खियों में बने रहने की वजह से लोग गौतम अडानी को लेकर कई बातें जानना चाहते हैं। इसी तरह का एक किस्सा कई सालों पहले का है, जब अडानी को किडनैप कर लिया गया था।
जब अडानी हुए थे किडनैप
अडानी ने कॉलेज बीच में छोड़ दिया था और हीरा व्यापारी के रूप में अपना करियर शुरू किया। एक हीरा व्यापारी के रूप में एक सफल कार्यकाल के बाद, वह पॉली-विनाइल क्लोराइड (पीवीसी) में व्यापार करने के लिए चचेरे भाई की फर्म शुरू करने में मदद करने के लिए 1981 में अहमदाबाद चले गए। 1988 में उन्होंने अडानी एक्सपोर्ट्स के तहत एक कमोडिटी ट्रेडिंग वेंचर स्थापित किया, जो इतना सफल हुआ कि यह उनके गृह राज्य में बिजनेस पेपर्स की सुर्खियां बटोरने लगा। 90 के दशक के मध्य तक, उनके व्यापार में काफी सफलता मिलने लगी थी।
बंदूक की नोक पर हुई थी किडनैपिंग
इसके बाद साल 1998 में अपहरणकर्ताओं ने अडानी का अपहरण कर लिया। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के अनुसार, अडानी को छोड़ने के लिए फिरौती की मांग की गई थी। पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट के अनुसार, अडानी और शांतिलाल पटेल को बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया गया था। दोनों एक कार में कर्णावती क्लब से निकलकर मोहम्मदपुरा रोड की ओर जा रहे थे। इसके बाद उनको किडनैप किया गया। पुलिस की चार्जशीट में कहा गया है कि रिहा किए जाने से पहले अडानी को एक कार में अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।
उस रात भी मैं अच्छी तरह सोया: अडानी
इस भयानक घटना के बारे में अडानी ने काफी कम ही बताया है। लंदन के ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ द्वारा इस घटना के बारे में पूछे जाने पर, अडानी ने केवल इतना कहा, दो या तीन मेरे जीवन में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं, यह उनमें से एक थी। हाल के एक टीवी इंटरव्यू में अडानी ने कहा था, ”जिस दिन किडनैप हुआ, उसके अगले दिन ही मुझे छोड़ दिया गया।” उन्होंने कहा कि किडनैप करने के दूसरे दिन मुझे छोड़ा गया। उस रात भी मैं अच्छी तरह सोया था।
26/11 के समय ताज होटल में ही थे अडानी
26/11 को मुंबई में आतंकी हमले में गौतम अडानी भी फंस गए थे। जिस समय आतंकी हमला हुआ था, उस दौरान अडानी ताज होटल में ही थे। वह दुबई से आए एक दोस्त के साथ डिनर करने ताज होटल गए हुए थे। उन्होंने बताया था कि जिस समय आतंकी गोली बरसा रहे थे, तब भी वह नहीं घबराए। इसके बाद पूरी रातभर ही वह होटल में फंसे रहे। अगले दिन सुबह सात बजे कमांडो की सुरक्षा के बाद अडानी को होटल ताज से सुरक्षित बाहर निकाला जा सका था।
Credit : https://livehindustan.com