इजरायली फिल्म निर्देशक और भारत अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के अंतरराष्ट्रीय जूरी अध्यक्ष नदव लापिद ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Recordsdata) पर अपनी टिप्पणियों को लेकर विवादों में घिर गए हैं। नदव की टिप्पणियों पर अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने पलटवार किया है। सरमा ने कहा है कि जूरी के सदस्य कोई भगवान नहीं है। उनको फिल्म की निंदा करने का क्या अधिकार है।
असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, जूरी के सदस्य भगवान नहीं हैं। हमें फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ अच्छी लगी और हमने उसका प्रचार किया। हमने खुद देखा है कि कश्मीर में क्या हुआ है, उन्हें, (जूरी के सदस्य को) फिल्म को बदनाम करने का क्या अधिकार है। गोवा में 53वें भारत अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के जूरी प्रमुख और इजराइली फिल्मकार नदव लापिद ने सोमवार को हिंदी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को दुष्प्रचार करने वाली और भद्दी फिल्म बताया था।
प्रचार करने वाली फिल्म बताया
आईएफएफआई 2022 के समापन समारोह में अपने भाषण में, लैपिड ने कहा कि फिल्म की स्क्रीनिंग देखकर वह परेशान और स्तब्ध हैं। हम सभी द कश्मीर फाइल्स फिल्म से परेशान और हैरान थे। हमें यह एक प्रचार और अश्लील फिल्म की तरह लगा जो कि इतने प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के एक कलात्मक और प्रतिस्पर्धी वर्ग के लिए अनुपयुक्त थी। ग्यारह मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई ‘द कश्मीर फाइल्स’ इफ्फी में ‘इंडियन पैनोरमा सेक्शन’ का हिस्सा थी।
केजरीवाल ने फिल्म का प्रचार करने का आरोप लगाया था
असम के सीएम ने इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से दी गई ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर उनकी टिप्पणी के लिए आलोचना की थी और कहा था कि वह हिंदू विरोध न हों, क्योंकि समाज को अपमानित करने का कोई अधिकारी नहीं है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में एक चुनावी भाषण में बीजेपी नेताओं पर फिल्म का प्रचार करने का आरोप लगाया था और फिल्म के निर्माताओं से फिल्म को यूट्यूब पर अपलोड करने के लिए कहा था।
कश्मीरी पंडितों की हत्या पर आधारित है फिल्म
‘द कश्मीर फाइल्स’ के लेखक और निर्देशक विवेक अग्निहोत्री हैं। इसका निर्माता ‘ज़ी स्टूडियोज’ है। फिल्म पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा कश्मीरी पंडितों की हत्या के बाद समुदाय के कश्मीर से पलायन पर आधारित है। ‘द कश्मीर फाइल्स’ इस साल 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। यह इफ्फी के ‘इंडियन पनोरमा सेक्शन’ का हिस्सा थी और इसका 22 नवंबर को प्रदर्शन किया गया था।
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