हाइलाइट्स
बहुत अधिक हरी मटर खाने से डायरिया हो सकता है. हरी मटर बाउल सिंड्रोम को बढ़ा सकती है.
हरी मटर में कुछ हद तक एंटीन्यूट्रेंट वाले कंपाउंड पाए जाते हैं.
Negative effects of extra consumption of inexperienced peas: सब्जियों में हरी मटर बेहत लोकप्रिय सब्जी है. हरी मटर में पोषक तत्वों का खजाना होता है. इसके अलावा हरी मटर में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों से भी लड़ने में सक्षम है. रिसर्च में भी साबित हो चुका है कि हरी मटर क्रोनिक डिजीज में भी रामबाण है. लेकिन दूसरी ओर कुछ लोगों का मानना होता है कि हरी मटर स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है.
हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक हरी मटर में कुछ हद तक एंटीन्यूट्रेंट वाले कंपाउंड पाए जाते हैं. एंटीन्यूट्रेंट का मतलब हुआ कि यह कुछ पोषक तत्वों को खुद ही निकाल लेती है. यही कारण है कि कुछ लोग हरी मटर न खाने की सलाह देते हैं. हालांकि हरी मटर से कई बीमारियों को कंट्रोल किया जाता है. हरी मटर फली कुल का पौधा है. इसी कुल में मसूर, बींस और मूंगफली भी आते हैं. हरी मटर में प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है. इससे कैलोरी भी कम प्राप्त होती है. इसलिए यह डायबिटीज और मोटापे पर लगाम लगा सकती है.
हरी मटर के नुकसान
ब्लॉटिंग-हरी मटर का ज्यादा सेवन करने से बदहजमी यानी ब्लॉटिंग की शिकायत हो सकती है. हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक हरी मटर में एंटीन्यूट्रेंट वाले तत्व फायटिक एसिड और लेक्टिंस पाए जाते हैं. हालांकि स्वस्थ्य लोगों में इससे कोई नुकसान नहीं होता लेकिन जिन्हें पाचन से जुड़ी समस्या हैं, उन्हें यह नुकसान पहुंचा सकती है. इससे पेट में सूजन भी हो सकती है.
गैस प्रोब्लम-जिन लोगों की पाचन शक्ति मजबूत नहीं होती, उनमें हरी मटर गैस की समस्या ला सकती है. क्योंकि इसमें प्रोटीन बहुत अधिक होता है जिसे पचाने में काफी मशक्कत करनी होती है. इससे गैस और एसिडिटी की समस्या हो सकती है.
मोटापा-हरी मटर के लगातार सेवन से वजन भी बढ़ सकता है. चूंकि हरी मटर में डाइट्री फाइबर ज्यादा होता है जिससे यह पाचन शक्ति को मजबूत बनाती है और मेटाबोलिज्म को बूस्ट करती है. अगर मेटाबोलिज्म बूस्ट होगा और खाना जल्दी-जल्दी पचेगा तो दोबारा खाने की चाहत ज्यादा होगी. इससे लोग खाना ज्यादा खाएंगे और मोटे होंगे.
गठिया वालों के लिए नुकसानदेह-हरी मटर गठिया मरीजों के लिए बहुत नुकसानदेह है. ज्यादा हरी मटर खाने से कैल्शियम का जमाव ज्यादा होगा जिसके कारण यूरिक एसिड बनने लगेगा. गठिया मरीजों के लिए यूरिक एसिड का बढ़ना दुश्मन की तरह है.
डायरिया-बहुत अधिक हरी मटर खाने से डायरिया हो सकता है. हरी मटर बाउल सिंड्रोम को बढ़ा सकती है. हरी मटर में बहुत अधिक प्रोटीन होता है. यही कारण है कि हरी मटर को हमेशा चावल और सोया के साथ खाना चाहिए.
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Tags: Well being, Well being ideas, Way of life
FIRST PUBLISHED : January 22, 2023, 16:25 IST
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